हाईस्कूल में मिले सिर्फ 63 फीसदी अंक, प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका की बेटी बनी आईपीएस अफसर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले अयमान जमाल ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस बनने का सपना पूरा किया और रोल मॉडल बनकर उभरे।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा में बैठने वाले हर उम्मीदवार का सपना सफलता हासिल करना होता है, लेकिन कई छात्र असफलता से निराश होते हैं, वहीं कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो मिसाल कायम करते हैं। ऐसी ही एक कहानी है उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले अयमान जमाल की, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस बनने का सपना पूरा किया और रोल मॉडल बनकर उभरे।
10वीं में सिर्फ 63 फीसदी नंबर आए
अयमान जमाल शुरू से ही एक औसत छात्र थे और दसवीं कक्षा में उन्होंने केवल 63 अंक हासिल किए थे। इसके बाद 12वीं में भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और उन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा सिर्फ 69 फीसदी अंकों के साथ पास की. 2010 में सेंट एंड्रयूज कॉलेज से जूलॉजी के साथ स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की।
2016 में शुरू हुई थी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी
12वीं के बाद अयमान जमाल ने गोरखपुर के सेंट एंड्रयूज कॉलेज से बायोलॉजी में ग्रेजुएशन किया और फिर अन्नामलाई यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस से ह्यूमन रिसोर्सेज में डिप्लोमा किया। इसके बाद अमन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए दिल्ली की आवासीय कोचिंग अकादमी जामिया हमदर्द चला गया।
केंद्रीय श्रम विभाग में चयन
अयमान जमाल का चयन साल 2017 में केंद्रीय श्रम विभाग में हुआ था। इसके बाद वर्ष 2018 में उन्हें आयुध वस्त्र निर्माणी शाहजहांपुर में सहायक श्रम आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी जारी रखी।
पहले प्रयास में बने IPS अफसर
अयमान जमाल ने साल 2018 में पहली बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दी और प्रारंभिक परीक्षा में सफलता हासिल की। प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद अमन ने मुख्य परीक्षा सामाजिक विज्ञान विषय के साथ दी। इंटरव्यू के बाद आइमन ने 499वीं रैंक हासिल की और उसका चयन आईपीएस के लिए हुआ।
ऐमन जमाल की मां प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका हैं
अयमान जमाल के पिता हसन जमाल एक बिजनेसमैन हैं, जबकि उनकी मां अफरोज बानो प्राइमरी स्कूल में टीचर हैं। अमन की चार बहनें और एक भाई है। दो बहनें और भाई डॉक्टर हैं। एक बहन एमबीए है और छोटी बहन हाईस्कूल कर रही है। ऐमन अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देती हैं और कहती हैं कि उनकी मां ने उनकी पढ़ाई पर बहुत ध्यान दिया, जिससे प्रशासनिक सेवा की तैयारी का रास्ता आसान हो गया।
ऐमान ने इंटरनेट के जरिए पढ़ाई की
अयमान जमाल का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए शॉर्टकट की कोई जगह नहीं है। उनका कहना है कि आज के दौर में इंटरनेट से पढ़ाई करना एक बेहतर विकल्प बनकर उभरा है और इंटरनेट के जरिए अच्छा कंटेंट भी उपलब्ध था, जिससे उन्हें काफी मदद मिली। इंटरनेट के जरिए पढ़ाई का खर्चा भी बहुत कम आता है, लेकिन पढ़ाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
सीएम योगी ने बताया रोल मॉडल
अयमान जमाल को कड़ी मेहनत के बाद सफलता मिली, जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशंसा की। सीएम योगी ने गोरखनाथ में ऐमान से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐमान जमाल आज मुस्लिम महिलाओं के लिए रोल मॉडल बनकर उभरे हैं।