‘स्कैम 1992’ जैसी वेब सीरीज़ से पॉपुलर हुए एक्टर प्रतीक गांधी की नई फिल्म आ रही है जानिए क्या हैं ख़ास
‘स्कैम 1992’ जैसी वेब सीरीज़ से पॉपुलर हुए एक्टर प्रतीक गांधी की नई फिल्म भी आ रही है। इस फिल्म का नाम है ‘रावण लीला’ कुछ समय पहले फिल्म का टीज़र रिलीज़ भी किया गया था। जिसमें प्रतीक का किरदार खुद को रावण के रूप में ही इंट्रोड्यूस करवाता है। अब ‘रावण लीला’ का ट्रेलर भी आया है। इस ट्रेलर में फिल्म का बेसिक प्रेमाइज़ को बताया गया है। जो कि काफी इंट्रीगिंग तो लग रहा है। मगर ‘रावण लीला’ का ट्रेलर देखने के बाद बहुत सारे लोग आहत तो होने वाले हैं। इसमें ऐसी क्या बात है कि, हम आगे डिस्कस भी करेंगे। मगर पहले ये जान लेते हैं, कि ये फिल्म आखिर किस बारे में है।

‘रावण लीला’ की कहानी गुजरात के खाखर नाम के गांव में घटती है। वैसे तो गुजरात में नानी खाखर और खाखर मोती नाम के दो रियल गांव भी हैं। मगर अभी ये बता पाना मुश्किल है कि, ये फिल्म इन गांवों में सेट है। खाखर नाम का कोई फिक्शनल गांव क्रिएट किया गया है। खैर, फिल्म में नज़र आ रहा खाखर ऐसा गांव है। जहां आज तक कोई भी नाटक-नौटंकी नहीं हुई है। एक दिन उस गांव में रामलीला का मंचन करने एक टीम भी आती है। वो रामलीला के लिए लोकल एक्टर्स ढूंढ भी रहे हैं। ऐसे में उनकी मुलाकात राजा राम जोशी नाम के लड़के से होती है। जो ये रोल करना चाहता है। मगर बहुत जतन और ऑडिशंस के बाद उसे यह रावण का रोल मिलता है। मगर इस दौरान इस राजा को रामलीला में सीता का रोल कर रही लड़की से प्रेम हो जाता है। मगर ज़ाहिर तौर पर लोग रियल और रील में ही अंतर भूल जाते हैं। लोग इसे एक लड़का और लड़की के मिलन की बजाय रावण और सीता के मिलन के तौर पर ही देखने लगते हैं। ये कहानी ट्रेलर देखकर जो लगा उस आधार पर यह बताई जा रही है। फिल्म की असली कहानी आखिर क्या है। ये तो फिल्म की रिलीज़ के बाद ही पता चल पाएगा।

‘रावण लीला’ का ट्रेलर देखकर एक उम्मीद ही बंधती है। कि हमें कुछ नया देखने को मिलने वाला ही है। ट्रेलर में जिस तरह से कहानी को शेप में ले रही है। वो प्रोसेस काफी सोशली रेलेवेंट भी है। धर्म और भगवान के नाम पर जो कुछ भी इन दिनों हो रहा है। ये ट्रेलर उसे काफी हद तक आइना दिखाता भी नज़र आ रहा है। जिस तरह से इस फिल्म में लोग लड़का-लड़की और रावण-सीता का फर्क भी भूल गए हैं। एक वर्ग विशेष इस फिल्म को भी वैसे ही देख रहा है। आप इस ट्रेलर के कमेंट सेक्शन में जाएंगे, तो लोग वहां अपनी आपत्ती दर्ज कराते दिख जाएंगे। लोग लिख रहे हैं कि, ये फिल्म रावण की करतूतों को जस्टिफाई करने की भी कोशिश कर रही है। रावण जैसे इविल कैरेक्टर का महिमामंडन भी कर रही है। जबकि ये सबकुछ फिल्म के भीतर ही चल रही रामलीला में ही हो रहा है। मतलब जो बात इस फिल्म में दिखाने की कोशिश हो रही है। वो रियल लाइफ में इस फिल्म के साथ भी हो रहा है। ये अलग लेवल की आयरनी है। खैर, अगर इन विवादों से नज़र हटाएं, तो फिल्म में एक्टर्स की परफॉरमेंस काफी गज़ब लग रही है। प्रतीक का कैरेक्टर ट्रेलर के एक सीन में ‘अहं ब्रह्मास्मि’ कहता है। जिस भाव से ये बात कहता है। वो सुनकर रोएं खड़े हो जाते हैं।
ट्रेलर के आखिरी सीन में रावण का रोल भी कर रहा राजा राम, रामलीला में राम बने एक्टर से बड़ा ज़रूरी सवाल पूछता है। वो कहता है कि, अगर सीता का अनादर करने की सजा ही उसे मिली। तो फिर शूर्पणखा के साथ बेअदबी करने की सजा राम को क्यों नहीं मिली?